सरकारी नौकरी के योग एवं उपाय - Janam kundali me Sarkari naukri lagne ke yog aur upay
Government job yog and remedies
सरकारी नौकरी पाने की चाहत किसे नहीं होती, लेकिन क्या सभी को सरकारी नौकरी मिल पाती है ? नहीं लेकिन ऐसा क्यों होता है
नौकरी प्राप्ति का समय | उपाय Astrology - Government
सरकारी नौकरी पाने के लिए प्रयास तो जरूरी है ही पर अगर भाग्य का भी साथ हो तो राह और आसान हो जाती है. आइए, जानते हैं कि ज्योतिष में सरकारी नौकरी के योग कब बनते हैं ?
व्यक्ति की कुंडली में जिस प्रकार का ग्रह शक्तिशाली होता है उसी प्रकार के परिणाम भी व्यक्ति को प्राप्त होते हैं। कई बार ऐसा होता है कि अथक मेहनत और परिश्रम के बाद भी व्यक्ति को सरकारी नौकरी प्राप्ति में सफलता नहीं मिल रही होती है।
ज्योतिष - कुंडली से जाने सरकारी नौकरी के योग | नौकरी प्राप्ति का समय | उपाय Astrology - Government job
कुंडली में दसवें घर के बलवान होने से तथा इस घर पर एक या एक से अधिक शुभ ग्रहों का प्रभाव होने से जातक को अपने करियर क्षेत्र में बड़ी सफलताएं मिलतीं हैं तथा इस घर पर एक या एक से अधिक बुरे ग्रहों का प्रभाव होने से कुंडली धारक को आम तौर पर अपने करियर क्षेत्र में अधिक सफलता नहीं मिल पाती है।
ज्योतिष के अन्दर इस तरह की समस्या के लिए उपयुक्त उपचार भी मौजूद हैं। जातक की कुंडली का पूरा आंकलन करने के बाद ही उपायों को सुझाया जा सकता है। जो शुभ ग्रह कमजोर हैं उन्हें बलवान बनाकर और अशुभ ग्रहों को शांत कर, इस तरह की समस्याओं का अंत किया जा सकता है।
वह कौन-से ग्रह योग होते हैं जो सरकारी नौकरी प्राप्ति में मदद करते हैं।
वैसे तो नौकरी का मुख्य कारक शनि होता है पर नौकरी पाने में अन्य पाप ग्रहों की भी भूमिका होती है. कुंडली का छठवां और ग्यारहवां भाव नौकरी से सीधे सम्बंधित होते हैं. इनके स्वामी भी नौकरी पाने में बड़ी भूमिका निभाते हैं. कुंडली में अग्नि और पृथ्वी राशियां नौकरी पाने में खूब सहायता करती हैं
कुंडली में दशम स्थान को (दसवां स्थान) को कार्यक्षेत्र के लिए जाना जाता है। सरकारी नौकरी के योग को देखने के लिए इसी घर का आंकलन किया जाता है। दशम स्थान में अगर सूर्य, मंगल या ब्रहस्पति की दृष्टि पड़ रही होती है तो सरकारी नौकरी का प्रबल योग बन जाता है। कभी-कभी यह भी देखने में आता है कि जातक की कुंडली में दशम में तो यह ग्रह होते हैं लेकिन फिर भी जातक को संघर्ष करना पड़ रहा होता है तो ऐसे में अगर सूर्य, मंगल या ब्रहस्पति पर किसी पाप ग्रह (अशुभ ग्रह) की दृष्टि पड़ रही होती है तब जातक को सरकारी नौकरी प्राप्ति में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अतः यह जरूरी है कि आपके यह ग्रह पाप ग्रहों से बचे हुए रहें।
अगर जातक का लग्न मेष, मिथुन, सिंह, वृश्चिक, वृष या तुला है तो ऐसे में शनि ग्रह और गुरु(ब्रहस्पति) का एक-दूसरे से केंद्र या त्रिकोण में होना, सरकारी नौकरी के लिए अच्छा योग उत्पन्न करते हैं।
केंद्र में अगर चन्द्रमा, ब्रहस्पति एक साथ होते हैं तो उस स्थिति में भी सरकारी नौकरी के लिए अच्छे योग बन जाते हैं। साथ ही साथ इसी तरह चन्द्रमा और मंगल भी अगर केन्द्रस्थ हैं तो सरकारी नौकरी की संभावनायें बढ़ जाती हैं।
कब मिलती है सरकारी नौकरी?
जब कुंडली में सूर्य या चन्द्रमा में से कोई एक मजबूत हो
जब कुंडली में पञ्च महापुरुष योग में से एक या ज्यादा योग हों
जब शनि की स्थिति मजबूत हो और शनि की साधे साती या ढैया चल रही हो!
कब आती है सरकारी नौकरी मिलने में बाधा?
जब बृहस्पति की स्थिति काफी ज्यादा मजबूत हो
जब कुंडली में ग्रहण योग या गुरु गुरु चांडाल योग हो
जब कुंडली में शनि का सम्बन्ध धन स्थान से हो
जब हथेलियों का रंग कालापन लिए हुए हो या इनके बीच में तिल हो
जब हाथ में सूर्य का वलय हो या भाग्य रेखा टूटी हो!
सरकारी नौकरी पाने के सरल उपाय ?
नित्य प्रातः अपने माता पिता के चरण स्पर्श करें
उगते हुए सूर्य को जल अर्पित करें!
Astrology - Government job
कुंडली से जाने सरकारी नौकरी के योग :
ज्योतिषीय विश्लेषण के लिए हमारे शास्त्रों मे कई सूत्र दिए हैं।
भाव:कुंडली के पहले, दसवें तथा ग्यारहवें भाव और उनके स्वामी से सरकारी नौकरी के बारे मैं जान सकते हैं।
सूर्य. चंद्रमा व बृहस्पति सरकारी नौकरी मै उच्च पदाधिकारी बनाता है।
भाव :द्वितीय, षष्ठ एवं दशम् भाव को अर्थ-त्रिकोण सूर्य की प्रधानता होने पर सरकारी नौकरी प्राप्त करता है।
नौकरी के कारक ग्रहों का संबंध सूर्य व चन्द्र से हो तो जातक सरकारी नौकरी पाता है।
कुंडली के अनुसार सरकारी नौकरी के लिए योग :
(1) दसवें भावमें शुभ ग्रह होना चाहिए।
(2) दसवें भाव में सूर्य तथा मंगल एक साथ होना चाहिए।
(3)पहले, नवें तथा दसवें घर में शुभ ग्रहों को होना चाहिए।
इन भाव पर कोई शुभ ग्रह बैठा हुआ है या किसी शुभ ग्रह की दृष्टि इन भाव पर पड़ रही है तो सरकारी नौकरी के योग बन पाते है।
यदि इन भाव पर कोई अशुभ ग्रह बैठा हुआ है या किसी अशुभ ग्रह की दृष्टि इन भाव पर पड़ रही है तो सरकारी नौकरी के योग नहीं बन पाते है।
ज्योतिष के साधारण से उपाय से ग्रह आपके अनुकूल हो सकते हैं और सरकारी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। सूर्य. चंद्रमा व बृहस्पति सरकारी नौकरी मै उच्च पदाधिकारी बनाता है।
द्वितीय, षष्ठ एवं दशम् भाव को अर्थ-त्रिकोण सूर्य की प्रधानता होने पर सरकारी नौकरी करता है। केंद्र में गुरु स्थित होने पर सरकारी नौकरी मे उच्च पदाधिकारी का पद प्राप्त होता है।
डी 9 ,डी १० चार्ट मे भी देखना है।
कुंडली से जाने नौकरी प्राप्ति का समय नियम:
प्रथम, दूसरा भाव, छठे भाव,दशम भाव एवं एकादश भाव का संबंध या इसके स्वामी से होगा तो नौकरी के योग बनते है ।
लग्न के स्वामी की दशा और अंतर्दशा में
नवमेश की दशा या अंतर्दशा में
षष्ठेश की दशा या, अंतर्दशा में
प्रथम,दूसरा , षष्ठम, नवम और दशम भावों में स्थित ग्रहों की दशा या अंतर्दशा में
दशमेश की दशा या अंतर्दशा में
द्वितीयेश और एकादशेश की दशा या अंतर्दशा में
नौकरी मिलने के समय जिस ग्रह की दशा और अंतर्दशा चल रही है उसका संबंध किसी तरह दशम भाव या दशमेश से ।
द्वितीयेश और एकादशेश की दशा या अंतर्दशा में भी नौकरी मिल सकती है।
छठा भाव :छठा भाव नौकरी का एवं सेवा का है।
छठे भाव का कारक भाव शनि है।
दशम भाव या दशमेश का संबंध छठे भाव से हो तो जातक नौकरी करता है।
राहु और केतु की दशा, या अंतर्दशा में :
जीवन की कोई भी शुभ या अशुभ घटना राहु और केतु की दशा या अंतर्दशा में हो सकती है।
गोचर: गुरु गोचर में दशम या दशमेश से नौकरी मिलने के समय केंद्र या त्रिकोण में ।गोचर : शनि और गुरु एक-दूसरे से केंद्र, या त्रिकोण में हों, तो नौकरी मिल सकती है,
गोचर : नौकरी मिलने के समय शनि या गुरु का या दोनों का दशम भाव और दशमेश दोनों से या किसी एक से संबंध होता है।सरकारी नौकरी:यह जान लें कि दशम भाव बली हो तो नौकरी .
कामयाबी योग :
कुंडली का पहला, दूसरा, चौथा, सातवा, नौवा, दसवा, ग्यारहवा घर तथा इन घरों के स्वामी अपनी दशा और अंतर्दशा में जातक को कामयाबी प्रदान करते है। पंच महापुरूष योग: जीवन में सफलता एवं उसके कार्य क्षेत्र के निर्धारण में महत्वपूर्ण समझे जाते हैं।पंचमहापुरूष योग कुंडली में मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र एवं शनि अपनी स्वराशि अथवा उच्च राशि का होकर केंद्र में स्थित होने पर महापुरुष योग बनता है।
फलादेश कैसे करते है ----
- जो ग्रह अपनी उच्च, अपनी या अपने मित्र ग्रह की राशि में हो - शुभ फलदायक होगा।
- इसके विपरीत नीच राशि में या अपने शत्रु की राशि में ग्रह अशुभफल दायक होगा।
- जो ग्रह अपनी राशि पर दृष्टि डालता है, वह शुभ फल देता है।
-त्रिकोण के स्वामी सदा शुभ फल देते हैं।
- क्रूर भावों (3, 6, 11) के स्वामी सदा अशुभ फल देते हैं।
- दुष्ट स्थानों (6, 8, 12) में ग्रह अशुभ फल देते हैं।
- शुभ ग्रह केन्द्र (1, 4, 7, 10) में शुभफल देते हैं, पाप ग्रह केन्द्र में अशुभ फल देते हैं।
-बुध, राहु और केतु जिस ग्रह के साथ होते हैं, वैसा ही फल देते हैं।
- सूर्य के निकट ग्रह अस्त हो जाते हैं और अशुभ फल देते हैं।
सरकारी नौकरी के लिए तीन मुख्य ग्रह होते हैं .
ग्रह : सूर्य, गुरू और शनि।
ग्रह अनुकूलता के लिए उपाय:मंत्रो का जाप,रत्न ,आदि के द्यारा।
सूर्य ग्रह : सूर्य की अनुकूल करने के लिए प्रतिदिन आदित्यह्रदयस्त्रोत का पाठ करें तथा सूर्य को जल अर्पण करें।
आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करे.
ॐ घृणी सूर्याय नमः का कम से कम 108 बार जप कर ले
गायत्री का जप कर ले
घर की पूर्व दिशा से रौशनी आयेगी तो अच्छा रहेगा ।
घर में तुलसी का पौधा जरूर लगा दे
पिता की सेवा
शराब और मांसाहार न खिलाये
शिवजी ,पीपल के उपाय।
कॅरियर में सफलता के लिए आदित्य हृदय स्त्रोत का प्रतिदिन पाठ करें।
लाल वस्त्र, लाल चन्दन, तांबे का बर्तन, केसर, गुड़, गेहूं का दान रविवार को करना शुभ फल प्रदान करता है।
रविवार काव्रत रखें, इस दिन नमक का प्रयोग न करें।
घर से बहार निकलने से पहले थोड़ा सा गुड़ खाएं।
माता पिता के पांव छुकर आशीर्वाद लें।
गुरू ग्रह :गुरू ग्रह को अनुकूल करने के लिए पीली वस्तुओं का दान तथा , भगवान विष्णु या कृष्ण की पूजा आराधना करनी चाहिए।
शनि ग्रह :शनि ग्रह को अनुकूल करने के लिए ,शनिवार को दान करना चाहिए।
कुछ सरल उपाय:उपाय आस्था के साथ करना चाहिए ।
- तांबे के लोटे से सुबह-सुबह सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए ।
- हनुमान जी के दर्शन करें।
-पक्षियों को जो ,बाजरा खिलाना चाहिए। हो सके तो सात प्रकार के अनाजों को एकसाथ मिलाकर पक्षियों को खिलाएं। गेहूं, ज्वार, मक्का, बाजरा, चावल, दालें आदि हो सकती हैं। सुबह-सुबह यह उपाय करें।
-गाय को आटा और गुड़ खिला देवे ।
-इसलिए बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेते रहना चाहिए।
- हनुमान जी तस्वीर रखें और उनकी पूजा करें। हर मंगलवार को जाकर बजरंग बाण का पाठ करें।
-हनुमान चालीसा का पाठ करें। -
-सुबह स्नान करते समय पानी में थोड़ी पिसी हल्दी मिलाकर स्नान करते हैं।
- गणेश जी का कोई ऐसा चित्र या मूर्ति घर में रखें या लगाएं, जिसमें उनकी सूंड़ दाईं ओर मुड़ी हो। गणेश जी की आराधना करें।
- शनिवार को शनि देव की पूजा करके आगे लिखे मंत्र का 108 बार जप करें।
ॐ शं शनैश्चराय नम:सूर्य के उपाय
-आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करे 3 बार सूर्य के सामने
- ॐ घृणी सूर्याय नमः का कम से कम 108 बार जप कर ले
- गायत्री का जप कर ले
- घर की पूर्व दिशा से रौशनी आयेगी तो अच्छा रहेगा ।
-पूर्व दिशा मै सोने से असुंध विचार सुंध होते हैं।
-घर में तुलसी का पौधा जरूर लगा दे.
-पिता की सेवा।
-शराब और मांसाहार न खिलाये
-शिवजी ,पीपल के उपाय।
इन उपाय को करने से ग्रहो की अनुकूलता होती है और सरकारी नौकरी का मार्ग खुलते है।
नोट :अपनी कुंडली अच्छे ज्योतिषी को दिखाइए और ग्रहों को जानकर उनकी दशा, अंतर्दशा तथा प्रत्यंतर में उपाय करे ।