अगर आपके जीवन में कोई परेशानी है, जैसे: बिगड़ा हुआ दांपत्य जीवन , घर के कलेश, पति या पत्नी का किसी और से सम्बन्ध, निसंतान माता पिता, दुश्मन, आदि, तो अभी सम्पर्क करे. +91-8602947815
Showing posts with label Time to chnage your job | आपकी नौकरी छोड़ने का समय कब है?. Show all posts
Showing posts with label Time to chnage your job | आपकी नौकरी छोड़ने का समय कब है?. Show all posts

Time to chnage your job | आपकी नौकरी छोड़ने का समय कब है? | Career Astrology

Time to chnage your job | आपकी नौकरी छोड़ने का समय कब है? | Career Astrology


आपकी नौकरी छोड़ने का समय कब है?
यह सर्वविदित है कि हम सभी के जीवन की घट्नाएं ग्रह, नक्षत्र और राशियों के द्वारा निर्धारित होती है। व्यक्ति को कब नौकरी मिलेगी, कब पदोन्नति होगी और कब स्थान परिवर्तन होगा यह सब जन्म कुंडली के योगों, दशा और ग्रह गोचर का सूक्ष्म अध्ययन किसी योग्य ज्योतिषी से करा कर किया जा सकता है। आगे बढ़ने से पूर्व आइये पहले नौकरी के भावों और योगों पर एक नजर डालते है-

नौकरी के संबंधित भाव
दशम भाव नौकरी का भाव या कर्म का भाव है। आय के लिए एकादश भाव का विचार किया जाता है। नौकरी में बदलाव के लिए तीसरा भाव, पांचवा भाव, नवम और अष्टम भाव का विश्लेषण करना चाहिए। नौकरी में तरक्की के साथ बदलाव करने के लिए द्वितीय भाव और एकादश भाव के साथ साथ नौकरी में बदलाव के अन्य भावों से संबंध देखा जाता है। जीवन में हम जब भी बादलाव का सोचते है तो सबसे पहले चतुर्थ भाव प्रभावित होता है। चतुर्थ भाव सुख का भाव है, इस भाव पर किसी भी तरह का अशुभ प्रभाव, सुख-शांति में कमी कर बदलाव का कारण बनता है।

अनेक कुंड्लियों में यह देखा गया है कि जिन व्यक्तियों का चतुर्थ भाव अशुभ ग्रहों के प्रभाव में हों ऐसे व्यक्तियों के जीवन में बार बार बदलाव होते हैं, ऐसा व्यक्ति नौकरी में बार बार चेंज चाहता है, और ऐसे व्यक्ति को प्राय: नौकरी के लिए घर से दूर जाकर भी काम करना पड़्ता है। दूर स्थानों पर नौकरी करने वाले व्यक्तियों का नौकरी में बद्लाव के समय बारहवां भाव सक्रिय होता है।
आय वॄद्धि के साथ नौकरी में बदलाव

बेहतर आय की तलाश में नौकरी में बदलाव करने वाले व्यक्तियों की कुंडली में बदलाव के अन्य योगों के साथ साथ आय भाव भी सक्रिय हो रहा होता है। जैसे- लग्नेश का आय भाव पर गोचर हो रहा हो तो व्यक्ति महत्वाकांक्षी होकर, एक बेहतर आय के लिए नौकरी में बदलाव का सोचता है। प्रश्न कुंडली की यदि हम यहाम बात करें तो लग्न में चर राशि का उदित होना, शीघ्र बदलाव का संकेत देता है। यदि नौकरी से संबंधीत प्रश्न कुंड्ली में लग्नेश कमजोर हो और अस्त हो तो ऐसे व्यक्ति की जल्द ही नौकरी छूट जाती है।

दशमेश का गोचर
जैसा की सर्वविदित है कि दशम भाव से कर्म भाव का विचार किया जाता है। इसलिए दशम भाव के स्वामी की गोचर में स्थिति को देखते हुए नौकरी में बदलाव का समय जाना जा सकता है। दशमेश का तीसरे भाव पर गोचर होने की अवधि में व्यक्ति को आसानी से दूसरी नौकरी मिल सकती है। दशमेश का पांचवें भाव पर गोचर हो तो इस अवधि में भी नौकरी बदलाव के कार्यों में सफलता मिलती है। दशमेश का अष्टम भाव पर गोचर हो रहा हो तो व्यक्ति असहजता, असुविधा और आरोपों के चलते परेशान होकर नौकरी छोड़ता हैं। दशमेश का आठवें भाव पर गोचर हो रहा हो तो व्यक्ति का नौकरी से निष्कासन की स्थिति भी बनती है।

नौकरी में बदलाव के प्रश्न का प्रश्न कुंड्ली से करने पर चतुर्थ भाव पर अशुभता होने पर जातक को संतुष्टि और संतोष की कमी रहती है। संतुष्टि की स्थिति में कोई व्यक्ति नौकरी में बदलाव का नहीं सोचता है। नौकरी में बदलाव के लिए दशमेश का गोचर नवम भाव या फिर बारहवें भाव पर भी देखा जाता है। इस अवधि विशेष में भी आसानी से नई नौकरी की प्राप्ति संभव है।

नौकरी में बदलाव की दशाएं
उपरोक्त जिन भावों पर दशमेश का गोचर नौकरी में बदलाव को सहज बनाता है, इन भावों से संबंधित भावेशों की दशाओं में नौकरी बद्लने का कार्य पूरा किया जा सकता है। प्रश्न कुंडली यह कहती है कि यदि कोई व्यक्ति वक्री ग्रहों की दशा अवधि में नौकरी छोड़्ता है तो उसे जल्द ही दूसरी नौकरी देखनी पड्ती है, अर्थात ऐसे व्यक्ति का नई नौकरी में मन नहीं लगता। असतुष्टि के चलते व्यक्ति को जल्द ही दूसरी नौकरी की तलाश करनी पड़्ती है।

लग्न अनुसार नौकरी में बदलाव का शुभ माह

ज्योतिषीय योग
  • कुंडली में केंद्र भाव अर्थात पहला भाव, चौथा भाव, सप्तम भाव तथा दशम भाव पीड़ित हो तो या अशुभ हो तो यह स्थानांतरण दर्शाता है।
  • यदि किसी जातक की लग्नेश की, दशमेश की तथा उच्च के ग्रह की दशा चल रही हो तो उसमे भी स्थानांतरण हो सकता है।
  • यदि लग्न से दशम भाव में नीच का ग्रह या अस्त ग्रह बैठा हो तथा उसकी दशा या अन्तर्दशा चल रही हो तो नौकरी में बाधा उत्पन्न होती है।
  • यदि किसी जातक की कुंडली में चौथा भाव प्रभावित है तो यह स्थानांतरण का संकेत है।
  • यदि लग्न से दशम तथा दशमांश कुंडली में दशम भाव में स्थित ग्रह, केंद्र या त्रिकोण से सम्बन्ध बनाए तथा वह पाप ग्रह हो तब उसकी दशा में भी नौकरी में रूकावट आती है और स्थानांतरण की सम्भावना होती है।
  • यदि किसी कुंडली में सूर्य नीच का होकर केंद्र या त्रिकोण में स्थित हो तथा अशुभ ग्रहों से दृष्टि हो तो नौकरी में स्थानांतरण होता है।
  • दशमेश यदि तृतीय भाव में चला जाए तो व्यक्ति के सहयोगी उसके खिलाफ हो जाते हैं और वह ग्रह नकारात्मक प्रभाव देता है।



नौकरी में बदलाव अच्छा होगा या हमारी इच्छा के विरुद्ध होगा
  • यह जानने के लिए लग्न, १०, ४, ३, १२ और ६वां भाव तथा भावेशों को देखा जाता है।
  • इसके पश्चात गोचर में ग्रहों की स्थिति को देखना होता है गोचर में प्रमुख ग्रहण शनि तथा मित्र ग्रह शुक्र बुध राहु से पहला भाग दूसरा भाव छठा भाव नवा भाव दसवां भाव 11 भाव इनसे अगर नव-पंचम योग करता है तब अनुकूल स्थान पर ट्रांसफर होता है।
  • गोचर के गुरु ग्रह को भी जन्म कुंडली में देखना होता है अगर गुरु ग्रह जन्म कुंडली के दशम भाव पर स्थित राशि पर से भ्रमण करता है तो अनुकूल स्थानांतर इस समय होता है।
  • इस तरह से कुंडली में महादशा अंतर्दशा ऊपर बताए हुए ग्रहो की चलती है अर्थात ऊपर बताए हुए भावों के स्वामियों की जब महादशा अंतर्दशा चलती है उस समय उनके संबंध एक दूसरे से बनते हैं तब ट्रांसफर के योग बनते हैं।
  • कुंडली में शनि इसका कारक है अतः शनि की स्थिति पर देखते हैं साथ-साथ में ऊपर बताए गए भाव तथा उनके स्वामियों को वर्ग कुंडलियों में भी देखते हैं।
  • मुख्य रूप से तीसरा भाव और 12th भाव तबादले में मुख्य भूमिका निभाते हैं तथा इनके तीसरे भाव और बारहवें भाव के स्वामियों के बीच में अगर संबंध स्थापित होते हैं तब ट्रांसफर के योग बनते हैं ऊपर बताए भावो का अगर चौथा भाव प्रभावित होता है तो नौकरी में स्थान परिवर्तन होता है और वह सुखदाई होता है।
  • पदोन्नति के लिए सातवें भाव को देखा जाता है और आर्थिक लाभ के लिए अगर उनके धन भाव और लाभभाव से संबंध बनता है तो वह हमें आर्थिक लाभ दिलाता है।
  • इस तरह से कुंडली विश्लेषण कराके जातक जान सकता है उसका स्थानांतरण तबादला ,सुख प्रदान करेगा या परेशानी उत्पन्न करेगा. आगे इस आलेख में हम आपको यह बताने जा रहें हैं कि लग्न राशि को ध्यान में रखते हुए आपके लिए साल के किस माह में नौकरी में बदलाव करना सहज होगा-


मेष लग्न
आपके लिए शनि कार्येश और आयेश हैं, वर्तमान में धनु राशि में गोचरस्थ है। नौकरी में बदलाव का सोच रहें हैं तो आप इस समयावधि का प्रयोग कर सकते है। विचारित कार्य को लक्ष्य तक पहुंचाने का कार्य मंगल ग्रह करते हैं इसलिए अब उनका भी गोचर देख लेते है, कुम्भ राशि में ये 6 नवम्बर 2018 से 23 दिसम्बर 2018 तक गोचर करेंगे। इस मध्य अवधि में आप के प्रयास सफल रहेंगे। तत्पश्चात 23 दिसम्बर 2018 से 5 फरवरी 2019 का समय अनुकूल रहेगा। सितम्बर माह तक कर्मेश वक्री अवस्था में रहेंगे, अत: असुविधा की स्थिति के चलते नौकरी में बदलाव के प्रयास सफल रहेंगे।

वॄषभ लग्न
शनि आपके करियर भाव के स्वामी है और इस समय अष्ट्म भाव पर वक्री अवस्था में गोचर कर रहे है। नौकरी बदलने की इच्छाओं को पूरा करने के लिए यह समय अनुकूल सिद्ध हो सकता है। इस समय का उपयोग यदि आप किसी कारणवश ना कर पायें तो आप 23 दिसम्बर माह उत्तरार्द्ध 2018 से 22 मार्च 2019 तक के मध्य के समय का उपयोग कर सकते है। दोनों ही समय प्रयास करने पर आपका यह कार्य पूरा हो सकता है। दोनों अवधियों में दिसम्बर से मार्च का समय ज्यादा बेहतर रहेगा।

मिथुन लग्न
आपके कार्यक्षेत्र का प्रतिनिधित्व गुरु ग्रह करते हैं। इस समय गुरु गोचर में पंचम भाव पर है तथा मंगल का गोचर सप्तम भाव पर है। कर्मेश का पंचम पर गोचर नौकरी में शीघ्र बदलाव के योग बनाता है। परन्तु गुरु यहां अक्तूबर तक रहेंगे इसलिए इससे पूर्व ही प्रयास करने होंगे। बिना प्रयास के कोई कार्य सफल नहीं होता, पुरुषार्थ के लिए मंगल ग्रह के गोचर पर विचार करेंगे। मंगल का अनुकूल गोचर इस कार्य हेतु कुछ इस प्रकार का अनुकूल रहेगा। 02 मई 2018 से 06 नवम्बर 2018 और इसके बाद 05 फरवरी 2019 से 22 मार्च 2019 के मध्य की अवधि में नौकरी में बदलाव के कार्य किए जा सकते है।

कर्क लग्न
आपके लग्न के लिए मंगल दशमेश है। मंगल एक वर्ष में कई बार राशि बद्लते हैं। इसलिए जब भी मंगल गोचर में आपके बारहवें, तीसरे, पांचवे, आठवें और नवम भाव पर गोचर करते है। आपके मन में नौकरी के विचार जन्म लेने लगते हैं। मन के भावों में जल्द विचार बदलने के कारण आप अपनी नौकरी में जल्द असंतुष्ट हो जाते है। इसलिए प्रयास भले ही ना करें परन्तु मन में विचार तो अवश्य आते हैं कि चलो कोई ओर नौकरी देखी जाए। कर्मेश होने के साथ साथ मंगल पराक्रम के भी कारक ग्रह है। इसलिए इस साल मंगल कुम्भ राशि में 06 नवम्बर 2018 से 23 दिसम्बर 2018 के मध्य गोचर करेंगे, यह समय इस कार्य के लिए अतिउत्तम बना हुआ है।

सिंह लग्न
शुक्र आपके आजीविका क्षेत्र के स्वामी ग्रह है। जब शुक्र कर्क राशि, तुला राशि, धनु राशि, मीन राशि या फिर मेष राशि में हों तो उस समय का प्रयोग आपको इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए करना चाहिए। इस समय शुक्र मिथुन राशि में गोचरस्थ है। 9 जून 2018 से 5 जुलाई तक कर्क राशि, 1 सितम्बर 2018 से 01 जनवरी 2019 में तुला राशि में रहेंगे, और इस समय मंगल ग्रह जो प्रयासों को सफलता तक पहुंचाते हैं वे मीन राशि में 23 दिसम्बर 2018 के बाद रहेंगे। दोनों ग्रहों के गोचर को मिलाकर यदि अनुकूल समय निकाला जाए तो वह दिसम्बर से जनवरी माह के मध्य का है।

कन्या लग्न
आपके लग्न से दशम भाव की राशि मिथुन है। अत: बुध आपके कार्यक्षेत्र की घटनाओं को नियंत्रित करने वाले ग्रह है। बुध 09 मई 2018 से 27 मई 2018 के मध्य मेष राशि अष्ट्म भाव में रहेंगे, तथा मंगल मकर राशि आपके पंचम भाव पर 02 मई से 06 नवम्बर 2018 तक रहेंगे। बुध और मंगल दोनों ग्रहों के गोचर का प्रभाव मई माह में प्राप्त हो रहा है। इस माह में नौकरी में बदलाव करने के लिए उपयोगी साबित हो सकता है।

तुला लग्न
तुला लग्न का स्वामी होने के फलस्वरुप आप के कार्यक्षेत्र के स्वामी चंद्र ग्रह हैं। चंद्र ग्रह क्योंकि तीव्र गति ग्रह हैं, और लगभग सवा दो दिन में एक राशि बदल लेता है। दशमेश चंद्र आपको नौकरी में अस्थिरता तो अवश्य देता हैं। छोटी-छोटी बातों पर नौकरी बदलने का सोचने लगते हैं। ऐसे में आपके लिए नौकरी में बदलाव का समय निर्धारण करने के लिए मंगल की भूमिका अधिक रहेगा। मंगल जब कन्या, धनु, कुम्भ, वृषभ और मिथुन राशि में गोचर करते हैं, वह समय नौकरी में बदलाव के लिए सही रहता है। मंगल कुम्भ राशि में 06 नवम्बर से 23 दिसम्बर 2018 के मध्य आप इस साल नौकरी में बदलाव कर सकते हैं।

वृश्चिक लग्न
कर्मेश सूर्य जब तुला राशि, मकर, मीन, मिथुन और कर्क राशि में रहते हैं। वह समय नौकरी में बदलने का समय साबित हो सकता है। 17 अक्तूबर 2018 से 16 नवम्बर 2018 में इस साल तुला राशि में रहेंगे और कोशिशों को अंजाम देने का कार्य मंगल ग्रह करते हैं। इसलिए आप 02 मई से 06 नवम्बर 2018 में आपके तीसरे भाव पर गोचर कर छ्ठे भाव और दशम भाव को एक्टिवेट करेंगे। अत: इस समय में नौकरी में परिवर्तन की कोशिशें सफल हो सकती है।

धनु लग्न
आपके लग्नानुसार करियर क्षेत्र के स्वामी बुध है। बुध का वृश्चिक, कुम्भ, मेष और कर्क राशि में गोचर करते हैं उस समय कार्यक्षेत्र की परिस्थितियां नौकरी में बदलाव की बनती है। ऐसे में आप परिवर्तन करने की कोशिश करें तो मंगल कुम्भ राशि में 06 नवम्बर से 23 दिसम्बर 2018 तक आपके तीसरे भाव पर रहेंगे और बुध 26 अक्तूबर से 01जनवरी के मध्य वॄश्चिक राशि में होंगे, इस स्थिति में कर्मेश और पराक्रम के कारक मंगल दोनों का गोचर आपकी नौकरी में बदलाव के प्रयास करके के लिए अनुकूल साबित होगा।

मकर लग्न
आपके दशम भाव के स्वामी शुक्र है। शुक्र 01 जनवरी 2019 से 29 जनवरी 2018 के मध्य आपके बारहवें भाव पर रहने वाले है। यह समय नौकरी के लिए बहुत सुखद नहीं रहने वाला है। गोचर में मंगल 23 दिसम्बर से 05 फरवरी 2019 तक आपके तीसरे भाव पर रहकर आपको आपके पुरुषार्थ का फल देंगे। इसमें भी जनवरी माह 2019 में शुक्र और मंगल दोनों का गोचर कार्यक्षेत्र में बदलाव देने वाला साबित होगा। बारहवां भाव और तीसरा भाव दोनों ही भाव कार्यक्षेत्र में असविधा से संबंधित भाव हैं।

कुम्भ लग्न
दशमेश मंगल का मकर, मेष, मिथुन, कन्या और तुला राशि में गोचर करने की समयावदि आपके लिए नौकरी में बदलाव की संभावनाओं के विचारों को बल देती हैं। इस समय कार्यक्षेत्र में आपको व्यर्थ की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। असहजता का अनुभव होता है। आपकी लग्न की यह विशेषता हैं कि मंगल आपके कर्मेश हैं और मंगल अपने स्वभाव के अनुसार पुरुषार्थ के कारक ग्रह है। इसलिए आपके लिए केवल एक ग्रह का ही गोचर विचार करना होगा। 02 मई 2018 से 06 नवम्बर 2018 के मध्य मंगल मकर राशि में रहने वाले हैं। इस समय आपको इस कार्य में शतप्रतिशत सफलता प्राप्त हो सकती है।

मीन लग्न
आपके लग्न भाव और दशम भाव दोनों के स्वामे गुरु ग्रह है। गुरु ग्रह एक साल में केवल एक ही राशि बदलते हैं। इसलिए यथासंभव आप कार्यक्षेत्र की अच्छी बुरी परिस्थितियों से समझौता कर ही लेते है। बदलाव के विचार आपके मन में सामान्य से कम ही आते हैं। फिर भी कई बार पानी सिर से ऊपर बहने लगता हैं तो परिवर्तन करना ही पड़ता है। इस स्थिति में आप जब गुरु कुम्भ, वॄषभ, कर्क, तुला और वृश्चिक राशि में गोचर करें। उस समय आप इस संबंध में प्रयास कर सकते हैं। मंगल 06 नवम्बर 2018 से 23 दिसम्बर 2018 के मध्य के समय आपके बारहवें भाव पर गोचर करेंगे, गुरु ग्रह का गोचर नौकरी मे बदलाव में सहयोगी नहीं हो रहा हैं अत: प्रयास आपको ही अधिक करने होंगे।

Career Astrology

Lord of the Ascendant is a planet that is of pivotal importance in a horoscope and plays a decisive role in shaping up crucial avenues of one's life such as career. It is extremely important that Lord of the Ascendant must not be placed in 6th or 8th or 12th houses and must not be conjunct or aspected by malefic planets.

The planet that is in operation at the Maha Dasha level is the planet that exerts a decisive impact on the career, hence an astrologer analyzes all the pros & cons signified by that planet on an immediate term basis.

Key House Combinations for Growth in Career
For Positive Growth in a Career, the house combination that a planet in operation should signify is 2nd, 6th, 10th and 11th.

2nd (House of Accumulated Wealth & Bank Balance)

6th (House of Job & Competition)

10th (House of Profession,Position, Name & Fame)

11th (House of Gains and Realization of Desires)

A planet in operation that causes serious damage to the career aspect in a person's life shows the combination of 6th, 8th and 12th houses.

Types of Career as per Houses

There can be many types of careers as per the planetary situation in a person's life. However "broadly speaking", if planets that are benefic for a person, significantly influence the following houses then the person can choose the careers in the following fields:

2nd House- Accountancy or Commerce

3rd House- Mass Communication or Journalism or Creative Writing or Sales & Marketing

4th & 5th Houses- Teaching

1st, 4th, 5th, 8th & 9th Houses- Medicine

6th, 8th, 10th & 12th Houses- Law

8th & 12th Houses- Occult Sciences e.g. Astrology

7th House- Management Studies

9th & 12th Houses- Tourism or Import & Export

There are many many other career choices that are revealed after analyzing a horoscope comprehensively.

Job Change

Timing

When it comes to changing an existing job, one must be very careful about the 'timing' of going for a job change.

Time factor plays a decisive role in the career path ahead, in the professional life of a person as even the right decision taken at the wrong time can result into failure.

6th House

The situation of the 6th house of a horoscope which is the primary house of job must be analyzed before going a job change. Placement of the Lord of 6th house in an unfavourable sign usually restricts the chances of a positive job change.

Vimshottari Dasha & Transit

The planetary positions both as per the 'Vimshottari Dasha' (period of operation of planets) and the current Transit movements, must be taken into account properly before making a career move of a job switch.

Promotion in Astrology | Change in Career

Following should be in a strongly positive state in the horoscope of a person to signify a promotion in job:

6th House
10th House
11th House
Sun
Saturn
6th house is the house of subordination or job, hence it must be in a strong and favourable state in the horoscope of an individual to ensure promotion in job and a growth oriented job tenure in life.

10th house is the house of career and it plays a decisive role in bringing any upsurge such as a pay hike or a promotion in the job of an individual.

11th house is the house that signifies realization of desires and getting a promotion is the only desire that a person doing a job ever have. Hence, a strong 11th house makes sure that the person lands up with a promotion in his/her job.

Sun represents authority, power, position and therefore favours promotion. So the condition of Sun in the horoscope of a native is directly related to the promotion aspect in job.

Saturn on the other hand, while being the polar opposite to the characteristics of Sun, is equally important when it comes to promotion in a job. This is because Saturn represents service and in job we do offer our service to the company.

Situations that create problems in getting a promotion are:

Placement of the Lord of 6th, 10th and 11th houses in 8th and 12th houses of the horoscope.
Presence of malefic planets in the 6th, 10th and 11th houses.
Conjunction of Rahu or Ketu with Sun.
Conjunction of Mars with Saturn.
Aspect of Rahu or Ketu on Sun.
Aspect of Mars on Saturn.
Placement of the Lord of Ascendant in 6th, 8th or 12th houses of the horoscope.
An experienced astrologer decodes the horoscope of a native by applying all the relevant principles of career astrology in order to derive remedies that specifically treats the problems associated with the career or job aspect and strengthens the houses and planets responsible for bringing a promotion in the job.

These remedies vary as per the different planetary situations in the overall horoscope of the native.

Since there are a lot of permutations & combinations involved, it is prudent to get your horoscope thoroughly and comprehensively analyzed by an able astrologer to get highly effective remedial measures that if performed timely, can result in that long awaited & well deserved promotion in your job.

Future Point since decades, is providing remarkable solutions to its clients all over the world in the form of incredibly powerful remedies derived after carefully analyzing the job horoscope by date of birth and other birth details of the client.

The highly experienced and brilliant astrologers of Future Point have an enviable track record of making astounding predictions along with suggesting life altering remedial measures that have the potential of charting a new course of success in the life of a person!

So, whether you are looking for a promotion in your existing job or a government job prediction by date of birth and other birth details, Future Point is the only name that you should trust.
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...