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Ganpati stotra in marathi | श्रीगणपती स्तोत्र

Shri Ganapati Stotra (Marathi) 

According to Hindu Mythology chanting of Ganpati Stotra regularly is the most powerful way to please God Ganpati and get his blessing. Shri Ganapati Stotra (Marathi) is the translation of the original Ganapati stotra in Sanskrit which is created by Narad Muni.This translation is done by Shridhar Swami.These are 12 names of God Ganesh. Anybody reciting this stotra daily for six months; then all his troubles, difficuities are vanasied by the blessings of God Ganesh.If anybody recites this stotra daily for a year then he becomes master of all sidhies. 

Ganpati stotra in marathi 

 श्रीगणपती स्तोत्र

साष्टांग नमन हे माझे गौरीपुत्रा विनायका । 
भक्तीनें स्मरतो नित्य आयुःकामार्थ साधती ॥ १ ॥
प्रथम नांव वक्रतुंड दुसरें एकदंत ते ।
तिसरे कृष्णपिंगाक्ष चवथे गजवक्र ते ॥ २ ॥
पांचवे श्रीलंबोदर सहावें विकट नांव ते ।
सातवे विघ्नराजेंद्र आठवे धुम्रवर्ण ते ॥ ३ ॥
नववे श्री भालचंद्र दहावे श्री विनायक ।
अकरावे गणपती बारावे श्री गजानन ॥ ४ ॥
    देवनांवे अशी बारा तीन संध्या म्हणे नर ।              विघ्नभीती नसे त्याला प्रभो ! तू सर्व सिद्धिदे ॥ ५ ॥
विद्यार्थ्याला मिळे विद्या धनार्थ्याला मिळे धन ।
पुत्रार्थ्याला मिळे पुत्र मोक्षार्थ्याला मिळे गति ॥ ६ ॥
जपता गणपती स्तोत्र सहा मासांत हे फळ ।
एक वर्ष पुर्ण होतां मिळे सिद्धी न संशय ॥ ७ ॥
नारदांनी रचिलेले झाले संपू्र्ण स्तोत्र हें ।
श्रीधराने मराठींत पठण्या अनुवादिले ॥ ८ ॥
॥ श्रीगणपती स्तोत्र संपूर्ण ॥

Shri Ganapati Stotra (Marathi) 
श्रीगणपती स्तोत्र 

Ganpati/Ganesh Stotra in Sanskritगणपति / गणेश स्तोत्र हिंदी में

प्रणम्य शिरसा देवं गौरीपुत्रं विनायकम् ।
भक्तावासं स्मरेन्नित्यं आयुःकामार्थसिद्धये ॥ १॥

 प्रथमं वक्रतुण्डं च एकदन्तं द्वितीयकम् ।
तृतीयं कृष्णपिङ्गाक्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम् ॥ २॥

 लम्बोदरं पञ्चमं च षष्ठं विकटमेव च ।
सप्तमं विघ्नराजेन्द्रं धूम्रवर्णं तथाष्टमम् ॥ ३॥

 नवमं भालचन्द्रं च दशमं तु विनायकम् ।
एकादशं गणपतिं द्वादशं तु गजाननम् ॥ ४॥

 द्वादशैतानि नामानि त्रिसंध्यं यः पठेन्नरः ।
न च विघ्नभयं तस्य सर्वसिद्धिकरः प्रभुः ॥ ५॥

 विद्यार्थी लभते विद्यां धनार्थी लभते धनम् ।
पुत्रार्थी लभते पुत्रान्मोक्षार्थी लभते गतिम् ॥ ६॥

 जपेद्गणपतिस्तोत्रं षड्भिर्मासैः फलं लभेत् ।
संवत्सरेण सिद्धिं च लभते नात्र संशयः ॥ ७॥

 अष्टेभ्यो ब्राह्मणेभ्यश्च लिखित्वा यः समर्पयेत् ।
तस्य विद्या भवेत्सर्वा गणेशस्य प्रसादतः ॥ ८॥

संकटनाशनगणेशस्तोत्रम् अर्थ (Meaning)

नारद जी बोले पार्वती नन्दन श्री गणेशजी को सिर झुकाकर प्रणाम करें 
और फिर अपनी आयु , कामना और अर्थ की सिद्धि के लिये 
उन भक्तनिवास का नित्यप्रति स्मरण करें ।।1।।
Ganpati/Ganesh Stotra in hindi
गणपति / गणेश स्तोत्र हिंदी में
पहला वक्रतुण्ड (टेढे मुखवाले), दुसरा एकदन्त (एक दाँतवाले),
तीसरा कृष्ण पिंगाक्ष (काली और भूरी आँख वाले), 
चौथा गजवक्र (हाथी के से मुख वाले) ।।2।।

पाँचवा लम्बोदरं (बड़े पेट वाला), छठा विकट (विकराल), 
साँतवा विघ्नराजेन्द्र (विध्नों का शासन करने वाला राजाधिराज) 
तथा आठवाँ धूम्रवर्ण (धूसर वर्ण वाले) ।।3।।

नवाँ भालचन्द्र (जिसके ललाट पर चन्द्र सुशोभित है), 
दसवाँ विनायक, ग्यारवाँ गणपति और बारहवाँ गजानन ।।4।।

इन बारह नामों का जो मनुष्य तीनों सन्धायों (प्रातः, मध्यान्ह और सांयकाल) 
में पाठ करता है, हे प्रभु ‍! उसे किसी प्रकार के विध्न का भय नहीं रहता, 
इस प्रकार का स्मरण सब सिद्धियाँ देनेवाला है ।।5।।

इससे विद्याभिलाषी विद्या, धनाभिलाषी धन, पुत्रेच्छु पुत्र तथा
मुमुक्षु मोक्षगति प्राप्त कर लेता है ।।6।।

इस गणपति स्तोत्र का जप करे तो छहः मास में इच्छित फल 
प्राप्त हो जाता है तथा एक वर्ष में पूर्ण सिद्धि प्राप्त हो जाती है 
इसमें किसी प्रकार का संदेह नहीं है ।।7।।

जो मनुष्य इसे लिखकर आठ ब्राह्मणों को समर्पण करता है,
गणेश जी की कृपा से उसे सब प्रकार की विद्या प्राप्त हो जाती है ।।8।।


Ganpati stotra in english


Pranamya shirasa devam Gauri putram Vinayakam.
Bhakthavasam smaretrityamayuh kama artha sidhaye ..1

Prathamam Vakratundam cha, Ekadantam dwitiyakam.
Tritiyam Krushna Pingaksham,Gajavaktram Chaturthakam ..2

Lambodaram Panchamam cha ,Sashtam Vikatamev cha.
Saptamam Vignarajam cha,Dhoomravarnam tathashtamam ..3

Navamam Bhalchandram cha, Dashamam tu Vinayakam.
Ekadasham Ganapatim, Dwadasham tu Gajananam ..4

Dwadasaithani namani,Trisandhyam yah pathenara.
Na cha vighna bhayam tasya,Sarvsiddhi karam param ..5

Vidhyarthi labhate Vidhyam,Danarthi labhate Dhanam.
Putrarthi labhate Putran,Moksharthi labhate Gateem ..6

Japet Ganapati stotram,Shadbhirmasai phalam labheth.
Samvatsarena sidhim cha,Labhate natra sanshaya ..7

Ashtabhyo Brahmoyashr Likihitwa yh samarpayet.
Tasya Vidhya bhavetsarva Ganeshasya Prasadatah ..8


How to chant Ganpati/Ganesh Stotraगणपति / गणेश स्तोत्र का पाठ

To get the best result you should chant Ganpati Stotra early morning after taking bath and in front of God Ganpati Idol or picture. You should first understand the Ganpati Stotra meaning in hindi to maximize its effect.

Benefits of Ganpati/Ganesh Stotraगणपति / गणेश स्तोत्र के लाभ

Regular chanting of Ganpati Stotra gives peace of mind and keeps away all the evil from your life and makes you healthy, wealthy and prosperous.

Ganpati stotra in marathi
Ganpati/Ganesh Stotra in Tamil/Telgu/Gujrati/Marathi/English
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