सूर्य
नियम :-
1. सूर्योदय से पूर्व उठे। रविवार को एवं नित्य प्रातः सूर्य को अर्घ्य दें तथा तांबे के पात्र में जल एक चुटकी रोली, लाल चंदन घिसा हुआ, गुड़, हल्दी, अक्षत व लाल पुष्प डालकर सूर्य को अर्घ्य दे ।
2. अंडे, शराब, मांस, मछली, तम्बाकू, एवं धूम्रपान का सेवन न करें ।
3. कुकर्म और गलत काम से बचे।
4. रविवार को बिना नमक का भोजन ग्रहण करना चाहिए। नमक का उपयोग कम से कम करे।
5. सूर्य की दशा सही नहीं चल रही है तो आपको गेहूं और गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा आपको इस समय तांबा धारण नहीं करना चाहिए
6. सूर्य पिता एवम पितृ पक्ष यानी दादा-दादी और दशम भाव का कारक है । सूर्य सम्बन्धी पीड़ा को शांत करने के लिए पिता की सेवा करे ।
उपाय :-
1. सूर्य मन्त्र का उच्चारण करते हुये सूर्य देव को प्रतिदिन 12 लोटा जल दें।सूर्य को नियमित जल देने से प्रतिष्ठा, सरकारी पद, समाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।
2. प्रतिदिन आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करे 03 बार सूर्य के सामने करें तथा तांबे के लोटे से सूर्य को जल अर्पण करें। “ॐ घृणी सूर्याय नमः”, ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नम:” का कम से कम 108 बार जप करें । भगवान विष्णु की पूजा करें।
3. शुक्लपक्ष में प्रथम रविवार से व्रत करना चाहिए ।
4. गाय को गेहुं और गुड़ मिलाकर खिलाना चाहिए ।
5. किसी ब्राह्मण अथवा गरीब व्यक्ति को गुड़ का खीर खिलाने से भी सूर्य ग्रह के विपरीत प्रभाव में कमी आती है..
6. घर से बहार निकलने से पहले थोड़ा सा गुड़ खाएं।
7. प्रतिदिन पिता को पैर छूकर आशीर्वाद लेनी चाहिए।
8. बहती नदी की धारा में ताम्बे के पैसे अर्पण करनी चाहिए।
9. बेल मूल धारण करें। इस जड़ को रविवार के दिन सूर्य की होरा अथवा सूर्य के नक्षत्र में धारण करना चाहिए।.
10. रविवार के दिन सूर्य यंत्र को सूर्य की होरा एवं इसके नक्षत्र में धारण करना चाहिए।
11. स्नान करते समय जल में खसखस या लाल फूल या केसर डाल कर स्नान करना शुभ रहता है,
दान : -
1. सूर्य ग्रह से संबंधित वस्तुओं का दान रविवार को सूर्य की होरा और सूर्य के नक्षत्रों (कृतिका, उत्तरा-फाल्गुनी, उत्तरा षाढ़ा) में प्रातः 10 बजे से पूर्व किया जाना चाहिए। दान करने वाली वस्तुएँ: गेहूँ, गुड़, घी, तांबा, लाल पुष्प आदि।
2. सूर्य से संबंधित वस्तुओं का दान रविवार के दिन दोपहर में क्षत्रिय, ज्ञानी पंडित को दान दे ।
3. सूर्य की दान देने वाली वस्तुओं में तांबा, गुड, गेहूं, मसूर दाल दान की जा सकती है. यह दान प्रत्येक रविवार या सूर्य संक्रान्ति के दिन किया जा सकता है. सूर्य ग्रहण के दिन भी सूर्य की वस्तुओं का दान करना लाभकारी रहता है
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